उल्हासनगर विधानसभा चुनाव: कुमार आयलानी की हालत खराब
कर्ण हिन्दुस्तानी
उल्हासनगर- पांचवी बार उल्हासनगर विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरे भाजपा के मौजूदा विधायक कुमार आयलानी को इस बार कालानी परिवार से जबरदस्त टक्कर मिल रही है। साथ ही भाजपा की भीतरघात का भी कुमार को नुकसान उठाना पड सकता है। जिसके चलते इस बार यदि कुमार आयलानी जीत से चूक गये तो यह उनकी तिसरी पराजय होगी जो कि कालानी परिवार के किसी सदस्य से ही होगी।
उल्हासनगर भाजपा: गद्दार हैं मुख्यमंत्री शिन्दे। शिंदे सेना का पलट बार
बता दें कि उल्हासनगर में तेजी से चुनावी समीकरण बदल रहे हैं। कालानी परिवार से पप्पू कालानी के बेटे ओमी कालानी शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड रहे हैं. जिन्हें उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। यहाँ से मनसे से भगवान भालेराव भी मैदान में हैं । हालाँकि उल्हासनगर में सिंधी भाषियों का दबदबा होता है और यही वजह है कि आज तक उल्हासनगर विधानसभा में गैर सिंधी भाषी विधायक कभी निर्वाचित नहीं हुआ है । इस लिए इस विधानसभा चुनाव में भी कालानी और आयलानी की टक्कर को ही मुख्य टक्कर माना जा रहा है।
उल्हासनगर विधानसभा चुनाव: भाजपा ने फिर जताया आयलानी पर भरोसा
हालाँकि भरत गंगोत्री भी मैदान में हैं. लेकिन दो दिग्गजों की जंग में गंगोत्री कहीं भी मजबूत होते नहीं दिख रहे हैं । वहीं भाजपा की बात करें तो भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी ने इस बार इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश की थी । मगर भाजपा आलाकमान ने उनकी दावेदारी को नकार दिया। जिससे रामचंदानी के अंदरूनी तौर पर खफा होने की जानकारी भाजपा के अंदरूनी सूत्र ही कह रहे हैं। यही वजह है कि वह अपने भाषण में गठबंधन के मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे को गद्दार तक बोल गये। बाद में विवाद होने पर उन्होंने माफी मांगी । लेकिन तब तक तीर कमान से निकल चुका था और शिन्दे सेना ने भाजपा को मदद करने से स्पष्ट मना कर दिया है। जो कि कुमार आयलानी की राजनीतिक सेहत के लिए ठीक नहीं है।
उल्हासनगर: “शिंदे गद्दार” वाली बयानबाजी पर थम नहीं रहा है प्रदीप रामचंदानी का विरोध
अब बात करें ओमी कालानी की तो ओमी कालानी के पीछे कालानी उप नाम जुडा है जो कि उनको कहीं ना कहीं अपनी मां स्वर्गीय ज्योती कालानी की तरह फायदा ही देने का काम करेगा। गौरतलब हो कि कुमार अब तक चार बार भाजपा से टिकट हासिल कर चुके हैं जिसमें से दो बार वह कालानी परिवार से पराजित हो चुके हैं ।
उल्हासनगर विधानसभा चुनाव: भाषाई जंग होने की संभावना
पांचवी बार फिर कुमारआयलानी का मुकाबला कालानी परिवार से ही है। ओमी कालानी पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे हैं। उल्हासनगर के आम मतदाता युवा ओमी कालानी को एक मौका देने की सोंच सकते हैं जो कि ओमी की संभावित जीत को बता रहा है। ऐसे में इस बार आयलानी को विधानसभा के बजाय घर बैठना पड सकेगा , इस बात में दो राय नहीं हो सकती।