कल्याण ग्रामीण विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला, सुभाष भोईर के लिए शुभ संकेत
कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र मे कल मंगलवार शाम को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे द्वारा प्रचार सभा की शुरुवात किये जाने से क्षेत्र मे चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई है.
इस क्षेत्र से पिछली बार भी मनसे से विधायक रहे राजू पाटिल एकबार फिर चुनाव मैदान में हैं। जबकि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट से सुभाष भोईर और शिवसेना शिंदे गुटके राजेश मोरे चुनाव मैदान में है.
४ नवंबर यांनी कल मंगलवार शाम को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे नामांकन वापसी का आखरी दिन था. और इसके बाद जो भी प्रत्याशी चुनाव मैदान मे बचे है, उन्ही मे चुनाव होना है।
यहां के कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से जहां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रत्याशी राजू पाटिल दोबारा जितने का प्रयास कर रहे हैं। वही यहां से २०१४ में विधायक रहे सुभाष भोईर शिवसेना उद्धव गुट के प्रत्याशी है। जबकि शिवसेना शिंदे गुट ने यहां से राजेश मोर को अपना प्रत्याशी बनाया है।
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कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मूल निवासी आगरी समाज के लोग हैं। लेकिन यहां पर राज्य के अन्य जिलों से आए हुए मराठी भाषी, दक्षिण भारतीय, गुजराती भाषी मतदाताओं के साथ बड़ी संख्या में हिंदी भाषी मतदाता भी रहते हैं।
इस बार शिवसेना शिंदे गुट से हिंदी भाषी शिवसेना नेता और डोंबिवली में हिंदी भाषियों में बेहद सक्रिय संस्था हिंदी भाषा जनता परिषद के प्रमुख विश्वनाथ दुबे ने भी यहां से दावेदारी पेश की थी। लेकिन उन्हें दरकिनार कर राजेश मोरे को शिवसेना शिंदे गुटने यहां से टिकट दिया है।
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नामांकन वापसी के आखिरी दिन यानी मंगलवार शाम यहां की स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई है। और यहां मुख्य लड़ाई महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राजू पाटील, शिवसेना उद्धव गुट के सुभाष भोईर और शिवसेना शिंदे गुट के राजेश मोरे में है।
मनसे प्रत्याशी राजू पाटील यहां से पिछ्ली बार जीते हैं, और फिर मैदान में है। स्वाभाविक रूप से मतदाताओं में उनके प्रति एंटी इनकनवेसी है।
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इसके साथ इस विधानसभा क्षेत्र में नागरिकों की अनेकों समस्या सालों से है। जिसे दूर करने में यहां से विधायक रहे राजू पाटिल असफल साबित हुए हैं। ऐसा स्थानीय नागरिकों का आरोप है।
वर्ष २०१४ में विधायक रहे सुभाष भोईर का उस दौरान का कार्यकाल अच्छा रहा था और इसी लिए लोगों के मन में उनके प्रति आज भी छवि अच्छी है। वे पिछले चुनाव में भी पार्टी की टिकट पाने के लिए लगातार प्रयत्न कर रहे थे। इस बार शिवसेना उद्धव गुट ने एक बार फिर उन पर विश्वास दिखाया है। जिससे उनके समर्थकों में जोश है।
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यहां से महायुती के उम्मीदवार राजेश मोरे चुनाव मैदान में है और उन्हें भाजपा डोंबिवली ग्रामीण का भी समर्थन मिल रहा हैं.