डोंबिवली विधानसभा: रविंद्र चव्हाण और निलेश काले में “सेटेलमेंट”
डोंबिवली से महायुती के उम्मीदवार रविंद्र चव्हाण और अपक्ष निलेश काले में सेटलमेंट हो गया। और इसीलिए निलेश काले ने आज अपना नामांकन वापस ले लिया।
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निलेश काले के नामांकन वापसी से डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र से महायुति के उम्मीदवार रविंद्र चव्हाण की परेशानी कम होने के आसार है।
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लेकिन यहां से महाआघाड़ी शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दिपेश म्हात्रे का निरंतर बढ़ रहा जन समर्थन से इस बार भाजपा की गढ़ मानी जाने वाली डोंबिवली विधानसभा सीट में सेंध लगने की पूरी संभावना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र भर में आज विधानसभा चुनाव के नाम वापसी का आखिरी दिन था। और डोंबीवली विधानसभा क्षेत्र से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और जनकल्याण समिति के पूर्व कार्यकर्ता निलेश काले ने भी अपक्ष आवेदन भरा था।
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जिससे यहां से भारतीय जनता पार्टी महायुति के उम्मीदवार रविंद्र चव्हाण के लिए परेशानी उत्पन्न हो गई थी। सोमवार शाम भाजपा उम्मीदवार रविंद्र चव्हाण द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट में निलेश काले से सेटलमेंट की बात स्वीकारी है।
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रविंद्र चव्हाण ने अपने पोस्ट में यह भी माना है कि डोंबिवली में अनेक समस्या है। जिसपर ध्यान देने की जरूरत है। और आगे इसपर ध्यान देंगे।
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इस के आगे उन्होंने निलेश काले के समर्थकों ने निलेश के समर्थन में जो भी पोस्ट सोशल मीडिया पर डाला है उसे हटाने का आवाहन किया है।
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रविन्द्र चव्हाण का यह प्रयास निसंदेह यह दर्शाता है कि वे डोंबिवली विधानसभा से लगातार चौथी बार जीत पाने के प्रति वे आशंकित है। क्योंकि विपक्षी शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दीपेश म्हात्रे से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है।