Latest

उत्तर भारतीय महासंघ शिवसेना उद्धव गुट के प्रत्याशी दीपेश म्हात्रे के साथ

डोंबीवली विधानसभा चुनाव में शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दीपेश म्हात्रे को जिताने के लिए उत्तर भारतीय महासंघ कल्याण जिला पूरी ताकत से मैदान में उतर गई है। और दीपेश म्हात्रे को जिताने के लिए प्रचार अभियान की जोर शोर से शुरुवात कर दी है।

उत्तर भारतीय महासंघ के कल्याण जिला अध्यक्ष बी बी सिंह के अनुसार डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र में ३० हजार से अधिक मतदाता हिंदी भाषिक है। यहां से पिछले ५० – ६० सालों से पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे है।

भाजपा डोंबिवली ग्रामीण मंडल क्यों? इसका नाम तो भाजपा मालवण मंडल होना चाहिए

उत्तर भारतीय महासंघ के प्रमुख सिंह के अनुसार पिछले तीन सत्र से भाजपा के रविंद्र चव्हाण लगातार विधायक चुने जाते रहे है। लेकिन पूरे महाराष्ट्र में सांस्कृतिक नगरी के रूप में पहचान रखने वाली डोंबिवली की आज की हालत बदहाली पर है।

यहां नागरिकों को अवैध निर्माण, बढ़ता अपराध, ट्रैफिक, पेयजल, बढ़ा हुआ विद्युत बिल के साथ पूरे डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र की खराब सड़के प्रमुख समस्याओं में है। जबकि यहां से तीन बार विधायक रहे रविन्द्र चव्हाण राज्य सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय सार्वजनिक निर्माण मंत्री है।

डोंबिवली में दीपेश म्हात्रे थामेंगे मशाल, शिवसेना शिंदे गुट को बड़ा झटका

सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय सार्वजनिक निर्माण मंत्री रहने के बावजूद पूरी डोंबीवली विधानसभा क्षेत्र की खराब सड़के विधायक रविंद्र चव्हाण की अकार्यक्षमता यानी निकम्मेपना की पोल खोलता है।

डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र में ३० हजार से अधिक मतदाता हिंदी भाषी है। लेकिन आपसी एकजुटता नहीं होने के कारण स्थानीय सत्ताधारी भाजपा के विधायक रविंद्र चव्हाण ने हिंदी भाषी समाज को हमेशा उपेक्षित ही रखा है।

डोम्बीवली विधानसभा क्षेत्र में हिंदी भाषियों की शुरुवात से अनेक समस्या रही है। यहां उत्तर भारतीय के लिए एक भी समाज हाल न होना, जीयूंतियां, छठ पूजा के लिए साफ सुथरा तालाब का न होना मुख्य समस्याओं में है।

इसके साथ थोड़े थोड़े समय के अंतराल पर उत्तर भारतीयों को जाती वाचक गाली देकर अपमानित करना, मारपीट जैसी घटना होती रहती है।और इस समय उत्तर भारतीय समाज के लिए कोई खड़ा नहीं रहता। उत्तर भारतीय असहाय हो जाता है।

जबकि शुरुवात से शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दीपेश म्हात्रे और उनके पिता पुंडलिक म्हात्रे आधी रात को भी किसी भी समाज के लोगो पर अन्याय की बात सुनकर मदद के लिए दौड़ पड़ते है।

मुझे धनंजय कुलकर्णी जैसा हाल नहीं करवाना – डोंबिवली विधानसभा से इच्छुक एक ब्रह्मण उम्मीदवार

उत्तर भारतीय महासंघ के कल्याण जिला अध्यक्ष बी बी सिंह के अनुसार हिंदी भाषी समाज को इस बार शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दीपेश म्हात्रे और उनके पिता पुंडलिक म्हात्रे के उन्हीं अहसानों का बदला चुकाना है।

और डोंबिवली विधानसभा चुनाव में क्षेत्र के हिंदी भाषी मतदाता एकजुट होकर शिवसेना उद्धव गुट के उम्मीदवार दीपेश म्हात्रे को मतदान करके भारी मतों से उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे।