भाजपा डोंबिवली ग्रामीण मंडल क्यों? इसका नाम तो भाजपा मालवण मंडल होना चाहिए
भारतीय जनता पार्टी का डोंबिवली ग्रामीण मंडल है तो ठाणे जिले में। लेकिन इस मंडल के सभी प्रमुख पदाधिकारी मालवण के यानी कोकण क्षेत्र के मूल निवासी है।
ऐसे में यहां के अनेक भाजपा नेता दबे जुबान से कहते है की वरिष्ठ नेतृत्व इस मंडल को डोंबिवली ग्रामीण मंडल की जगह एक और भाजपा मालवण मंडल घोषित क्यों नहीं कर देता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डोंबिवली शहर से सटे डोंबिवली ग्रामीण मंडल का गठन भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 8 10 वर्ष पूर्व किया गया था। इस क्षेत्र में कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के 27 गांव के साथ दिवा शहर का भी समावेश है।
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इस पूरे क्षेत्र के मूल निवासी आगरी और कोली समाज है इसके साथ इस क्षेत्र में उत्तर भारतीय, गुजराती, मारवाड़ी, दक्षिण भारतीय, के साथ महाराष्ट्र के लगभग हर जिले के लोग बड़ी संख्या में इस मंडल के सीमा क्षेत्र में रहते हैं।
इस क्षेत्र में रीजेंसी, रीजेंसी अनंतम, रिन्यूअल, लोढ़ा पलावा जैसे बड़े-बड़े गृह संकुल है। जहां हर गृह संकुल में सैकड़ो की संख्या में विभिन्न भाषा और प्रांत के शिक्षित लोग परिवार सहित रहते हैं।
लेकिन आश्चर्य जनक रूप से जब कोई भी भाजपा डोंबिवली ग्रामीण मंडल के प्रमुख पदाधिकारी के बारे में जानता है तो, चकित रह जाता है और अन्यास ही उसके मुंह से निकल जाता है कि इसे डोंबिवली ग्रामीण मंडल का नाम क्यों दिया गया है। इसे तो भाजपा मालवण मंडल का नाम दे देना चाहिए।
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डोंबिवली ग्रामीण मंडल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद पर सूर्यकांत मालकर है। ये कोंकण के मालवण क्षेत्र के मूल निवासी है। इसी तरह इस मंडल की महिला अध्यक्षा मनीषा राणे, और भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष पद पर रामचंद्र माने भी कोंकणवासी है।
इसके साथ भाजपा कल्याण (डोंबिवली) ग्रामीण विधानसभा प्रमुख पद पर भी कोंकण के नंदू परब ही है। एक पार्टी एक पद की ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा का यहां ये हाल है की, इस पार्टी को पूरे भाजपा कल्याण जिले भर में नंदू परब से सक्षम कोई कार्यकर्ता ही नहीं मिला।
नंदू परब के पास कल्याण ग्रामीण विधानसभा प्रमुख की जिम्मेदारी के साथ भाजपा कल्याण जिला महासचिव का भी पद है। और वो इसी फील्डिंग के तहत कल्याण विधानसभा चुनाव में महायुति के तरफ से इच्छुक उम्मीदवार भी है।
आगरी समाज के अनेक नेता अपने समाज को लगातार नजरंदाज किए जाने से खासे नाराज है। उनके अनुसार इस सब कोंकण के डोंबिवली मंडल के पदाधिकारियों की एक मात्र और सबसे बड़ी योग्यता यही है की, ये सब लोग यहां के डोंबिवली के विधायक और राज्य में सार्वजनिक निर्माण मंत्री रविंद्र चव्हाण के गांव, जिले या फिर कोंकण क्षेत्र के मूल निवासी है।
आगरी समाज के एक भाजपा नेता के अनुसार एक समय था कि इस ग्रामीण क्षेत्र में कोई बीजेपी का झंडा उठाने के लिए तैयार नहीं था। उसे दौरान जिन लोगों ने हिम्मत रखकर और भाजपा के तरफ वफादार रहकर पार्टी के लिए काम किया पार्टी को बढ़ाया।
उन सब लोगों को दरकिनार कर दिया गया है। आज आगरी समाज के वे सब भाजपा नेता अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। और भाजपा अपने मूल कार्यकर्ताओं से दूर होती जा रही है। ये भाजपा के लिए अच्छा संदेश नहीं है।