Political

कल्याण ग्रामीण विधानसभा सीट पर भाजपा की दावेदारी हास्यास्पद

आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कल्याण ग्रामीण सीट पर दावेदारी कर रही है। जबकि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा इस कल्याण ग्रामीण सीट पर उम्मीदवार नहीं दे पाई थी।

और वर्ष 2019 में यहां से शिवसेना के ही रमेश म्हात्रे ने चुनाव लड़ा था। ऐसे में इस बार भाजपा द्वारा कल्याण ग्रामीण विधानसभा सीट पर दावेदारी करने को राजनीतिक हलकों में हास्यास्पद माना जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 में राज्य में भाजपा और शिवसेना में गठबंधन नहीं था। और राज्य के सभी सीटों पर दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था।

उस दौरान भाजपा से अनेकों इच्छुक को नजरअंदाज करते हुए स्थानीय और राज्य भाजपा नेतृत्व ने यहां से कोई उम्मीदवार नहीं उतरा था।

भाजपा सूत्रों के अनुसार कल्याण ग्रामीण सीट पर भाजपा के कुछ नेता महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उम्मीदवार राजू पाटिल को जीताने के लिए सक्रिय थे। इसी के तहत भाजपा के तरफ से वर्ष 2014 में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया।

और 2019 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की तरफ से शिवसेना उम्मीदवार रमेश म्हात्रे को अपेक्षित समर्थन नहीं मिलने का आरोप उस दौरान अनेक शिवसेना नेताओं ने लगाया था। इस कारण यहां से शिवसेना उम्मीदवार की हार हुई थी।

वर्ष 2019 के कल्याण ग्रामीण विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी नेतृत्व ने वार्ड स्तर पर प्रभावशाली ढंग से शिवसेना उम्मीदवार को जीताने का कोई निर्देश नहीं जारी किया था।

इन सब के बावजूद महज 5000 वोटो के अंतर से मनसे प्रत्याशी राजू पाटिल की जीत हुई थी।

ऐसे में स्वाभाविक रूप से कल्याण ग्रामीण विधानसभा सीट पर शिवसेना शिंदे गुट की दावेदारी बनती है। और भाजपा की यह दावेदारी को स्थानीय भाजपाई ही फिर यहां से मनसे उम्मीदवार को जिताने का प्रयास मानते है।