मनसे का आरोप, लावारिस हो गया है कल्याण का रुक्मिणी बाई अस्पताल
कल्याण – महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कल्याण शहर संघटक रुपेश चंद्रकांत भोईर ने कल्याण डोम्बिवली मनपा द्वारा संचालित रुक्मिणीबाई अस्पताल को लावारिस बताते हुए कहा है।
कि मनपा इस अस्पताल की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। जिसके चलते यहां आने वाले मरीज जान जोखिम में डालकर इलाज करवा रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले इस अस्पताल की छत से अचानक प्लास्टर गिरना शुरू हो गया था और यह प्लास्टर मरीजों के लिए बिछाए गए पलंग पर गिरा था।
हालांकि जिस पलंग पर प्लास्टर गिरा था , उस पलंग का मरीज कुछ देर पहले ही दूसरे पलंग पर शिफ्ट किया गया था।
मनसे के शहर संघटक रुपेश भोईर ने इस घटना के बाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल का दौरा किया और पाया कि अस्पताल की छत से प्लास्टर गिरने से कई जगह लोहा दिखना शुरू हो गया है।
इसके साथ अस्पताल में मरीजों से पूछताछ करने पर अस्पताल में स्टाफ की भी कमी और एक एक हफ्ते तक पलंग की चादरें भी नहीं बदली जाने की शिकायतें मिली।
बता दें कि रुपेश भोईर ने रुक्मिणीबाई अस्पताल को शासकीय अस्पताल का दर्जा देने की मांग केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से लेकर राज्य के पिछले आघाड़ी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से की थी।
केंद्र सरकार ने भोईर के पत्र का संज्ञान लेते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव को इस बारे में योग्य कदम उठाने का पत्र भी भेजा है
लेकिन छह माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद रुक्मिणीबाई अस्पताल की हालत सुधरी नहीं है और ना ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने रुपेश भोईर की मांग का कोई जवाब दिया है।
अब छत से प्लास्टर गिरने की घटना के बाद रुपेश भोईर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर मांग की है कि रुक्मिणीबाई अस्पताल को शासकीय अस्पताल का दर्जा देने संबंधी कदम जल्द से जल्द उठाए जाएं।