माया नगरी मुंबई विश्व का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर
देवकी यादव
मुंबई: माया नगरी मुंबई वायु प्रदूषण के मामले में दुनिया भर में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। स्विस एयर ट्रैकिंग इंडेक्स (आईक्यूएयर) के नई सूची के अनुसार, लाहौर नंबर एक पर, जबकि तीसरे पर काबुल को रखा गया है। हालाकि बढ़ते तापमान के चलते भले ही इन दिनों मुंबई की वायु गुणवत्ता में सुधार आया है।
हिंदू महिलाएं घर की सारी खरीदारी हिंदुओं से ही करें- रंजीत सावरकर
स्विस एयर ट्रैकिंग इंडेक्स एक वास्तविक समय वायु गुणवत्ता मॉनिटर है। इसके अनुसार मुंबई को 29 जनवरी से 8 फरवरी के बीच एक सप्ताह के लिए देश में सबसे प्रदूषित शहर और विश्व स्तर पर दूसरे सबसे प्रदूषित शहर के रूप में स्थान दिया गया है। 29 जनवरी को मुंबई को प्रदूषण के मामले में सबसे खराब शहर की रैंकिंग में 10वें नंबर पर रखा गया था।
Mukhtar Ansari की बहू गिरफ्तार, बिना कानूनी प्रक्रिया के पति अब्बास से मिलने पहुंची जेल
29 के बाद यहां की आबोहवा में प्रदूषण और बढ़ता गया, फिर 2 फरवरी को मुंबई सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर पहुंच गया। 13 फरवरी को मुंबई ने प्रदूषित शहरों के रूप में कुख्यात दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया और अब यह दुनिया भर में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।
Vande Bharat ट्रेन आज के आधुनिक भारत की गौरवशाली छवि हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक इस साल मुंबई में ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ दिन पिछली 3 सर्दियों की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा थे। शोध के अनुसार, मुंबई की हवा में 71% से अधिक पार्टिकुलेट मैटर लोड का कारण निर्माण की धूल है। जबकि, अन्य स्रोत में कारखाने, बिजली संयंत्र आदि शामिल हैं।
Arrest : RPF सब इंस्पेक्टर के हत्या का आरोपी सिपाही महज 4 घंटे में गिरफ्तार
सीपीसीबी के मुताबिक इस बार मुंबई में प्रदूषण के मामले में बीकेसी टॉप पर है, जबकि देवनार दूसरे नंबर पर रहा है। तीसरे स्थान पर यहां का अंधेरी वाला इलाका है। बीकेसी में निर्माण कार्य के चलते यहां प्रदूषण का स्रोत धूल रहा है, जबकि देवनार में डंपिंग ग्राउंड, केमिकल फैक्ट्रियां और बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट प्रदूषण के स्रोत रहे हैं। इसी तरह अंधेरी में प्रदूषण बढ़ने का कारण इंडस्ट्रियल कारखाने हैं।
HDFC Dombivli : सिर्फ लिंक पर क्लिक और खाते से 2 लाख गायब, बैंक की भूमिका संदेहास्पद
पर्यावरण पर काम करने वाली संस्था ‘पर्यावरण’ के संस्थापक भगवान केशभट ने कहा कि मुंबई में प्रदूषण का मामला बढ़ता जा रहा है। इसे बीएमसी सहित सभी प्रदूषण एजेंसियों को गंभीरता से लेना चाहिए। इस प्रदूषण से मुंबईकरों के स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम हो रहे हैं। यह एक हेल्थ इमरजेंसी का मुद्दा भी है। गौरतलब है कि बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को बजट में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है।
Mumbai : स्वामी प्रसाद मौर्या के विरोध मे सकल हिंदू समाज का विरोध प्रदर्शन
पिछले कुछ महीनों में मुंबई में प्रदूषण का स्तर लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। बीएमसी आने वाले दिनों में कंस्ट्रक्शन साइट से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगी।