2 साल बाद अंधेरी में दिखा दही-हांडी का जश्न
शीतला प्रसाद सरोज
मुंबई। कोरोना के 2 साल बाद उपनगर के अंधेरी और जोगेश्वरी में जन्माष्टमी पर होने वाली दही-हांडी की धूम रही। लोगों में प्रतिबंधों के हटने का असर इस कदर दिखा कि न तो सोशल डिस्टेंसिग दिखी और न ही कहीं मास्क का आता-पता था। क्षेत्रीय लोगों ने बड़े उत्साह के साथ जन्माष्टमी और दही-हांडी का जश्न मनाया।
अंधेरी-कुर्ला रोड स्थित रमेश मोरे चौक पर, पल्लवी होटल के पास मनसे अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र की ओर से दही-हांडी उत्सव का आयोजन किया गया।
लगभग 40 फुट ऊंचाई पर बंधी मटकी को फोड़ने के लिए 39 गोविंदा पथकों की टोलियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। लेकिन सफलता मिली एकमेव दही कला पथक गुंदावली को, जिसने 7 थर मानव पिरामिड बनाकर मटकी फोड़कर प्रथम पुरस्कार हासिल किया।
कार्यक्रम आयोजक मंगेश परब ने बताया कि आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी मंडलों को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर अतिथि शालिनी ठाकरे, संदीप दलवी, अखिल चित्रे, विशाल हलदलकर, कार्यक्रम सहयोगी संजय देवल, संदीप जगताप, सुरेश बिर्जे, राकेश गुरव, रोहित बेंद्रे, जीतू सिंह, भगवत झिटे, सिकंदर पारकर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जन उपस्थित थे।