वसई-विरार मनपा मुख्यालय के सामने शिवसैनिकों का आक्रोश
पानी और स्वास्थ्य चिकित्सा सहित अनेक मुद्दों पर शिवसैनिक हुए आक्रामक
प्रेम चौबे
विरार- शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की ओर से लगातार क्षेत्र मे पानी की किल्लत और आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं के नदारद होने के खिलाफ मंगलवार दोपहर वसई-विरार महानगर पालिका मुख्यालय के सामने धरना दिया गया।
नाराज शिवसैनिकों ने आयुक्त से पानी, स्वास्थ्य समेत अन्य मुद्दों जैसे पानी के पाइप कनेक्शन के बावजूद आम लोगों को पानी की आपूर्ति, पानी के कनेक्शन जो भुगतान के बाद भी उपलब्ध नहीं हैं, नगर निगम के स्कूलों की अनुपलब्धता के बावजूद नगर पालिका द्वारा वसूला जाने वाला शिक्षा कर, बोझ से दबी स्वास्थ्य व्यवस्था, शहर में जर्जर सड़कें, ट्रैफिक जाम शहर में अनाधिकृत बैनर, विज्ञापन नीति के अभाव में होर्डिंग एवं जमाखोरी से शहर की बदहाली, हॉकर नीति के अभाव में शहर में बढ़ रहे फेरीवाले एवं उनसे अवैध हफ्ता वसूली, नगर पालिका के आरक्षित स्थानों पर अतिक्रमण तथा वसई-विरार शहर में हर साल नालों की उचित और समय पर सफाई न होने के कारण महानगर पालिका को आरक्षित स्थानों का स्थानांतरण न होना, बाढ़ की भयंकर स्थिति के साथ-साथ प्रशासनिक अवधि के दौरान महानगर पालिका के विभिन्न विभागों में बेरोकटोक भ्रष्टाचार का होना इस विषय पर मार्च के दौरान साथ चर्चा की गई थी।
लेकिन चार महिने बीत जाने के बाद भी इनमें से अधिकांश समस्याओं को लेकर महनगर पालिका की ओर से कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है,इसका जवाब मांगा हैं।
बता दे कि वसई-विरार शहर की आबादी करीब 24 लाख है, इतनी बड़ी आबादी को करीब 350 एमएलडी पानी की आवश्यकता है। वर्तमान में शहर को 230 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो रही है। शहर को सूर्या बांध परियोजना से 185 एमएलडी, उसगांव बांध से 20 एमएलडी, पेल्हार बांध से 14 एमएलडी और फूलपाड़ा जल योजना से 1.5 एमएलडी की आपूर्ति की जाती है।
इसके अलावा खोलसपाड़ा-1 और खोलसपाड़ा-2 बांध परियोजनाओं से नगर निगम को 70 एमएलडी पानी का इंतजार हैं, अधिकांश इमारतों को पानी के टैंकरों के भरोसे रहना पड़ रहा है। शहर में कई जगह मोटर से पानी खींचे जाने के कारण आम नागरिकों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है।
इसलिए आक्रोशित शिवसैनिकों ने मांग की कि ऐसी लापरवाही के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए, इसी तरह वसई-विरार महानगर पालिका चिकित्सा सुविधाओ मे नालासोपारा पूर्व विजयनगर-तुलिंज अस्पताल, मनपा के 21 नागरिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 9 औषधालयों के माध्यम से प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही जिला परिषद के सोपारा, नवघर, निर्मल, आगाशी, चंदनसर व कामां के छ: प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व शासकीय चिकित्सालयों को नगर पालिका को स्थानान्तरित कर दिया जाए तो इससे नागरिकों को लाभ होगा तथा उन्हें समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकती हैं।
करीब दो हजार करोड़ के बजट वाले वसई-विरार मनपा के अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं नहीं है। शहर में आम नागरिकों को अच्छी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण मुंबई-ठाणे जाना पड़ता है।
वसई-विरार मनपा की वार्ड समिति ‘घ’ के अंतर्गत नालासोपारा-अछोले आरक्षण संख्या-455 एवं सर्वेक्षण संख्या-6 में प्रस्तावित दो सौ बिस्तरों का अस्पताल एवं वसई प. में सर. डी एम पेटिट एवं सर्वे संख्या-6 में प्रस्तावित दो सौ बिस्तरों के अस्पताल का भूमिपूजन सितंबर 2021 में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा ऑनलाइन किया गया था।
इस कार्य के लिए वसई-विरार मनपा ने 15 करोड़ 82 लाख रुपये का फंड आवंटित किया है। इस अस्पताल के काम के लिए टास्क ऑर्डर भी जारी कर दिए गए थे। साथ ही वसई से सर डी. एम पेटिट अस्पताल के अतिरिक्त भवन का भूमिपूजन नवंबर 2020 में तत्कालीन पालक मंत्री द्वारा किया गया था।
इस कार्य के लिए महानगर पालिका ने 5 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। लेकिन इन दोनों भवनों का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है। इसलिए शिवसैनिकों की ओर से कहा गया कि वे वसई-विरारकर की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल करेंगे।