कांग्रेस राकपा भी सरकार बनाने के जुगाड़ में, पवार का वेट एंड वाच की सलाह
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के 10 दिन बाद भी भाजपा शिवसेना द्वारा मिलकर राज्य में सरकार बनाने के लिए किये गए प्रयास के सार्थक परिणाम नही दिख रहे है. दोनों सहयोगी दल शिवसेना और भाजपा में सत्ता बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है
इसी दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं ने बृहस्पतिवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार से यहां मुलाकात की। और राज्य में कांग्रेस राकपा गठबंधन की सरकार बनाने की सम्भावनाओ पर चर्चा की. जिसमे राकपा प्रमुख शरद पवार ने परिस्थिति अनुकूल होने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी है.
कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार यहां पवार के आवास आने वालों में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण एवं पृथ्वीराज चव्हाण शामिल थे। 79 वर्षीय पवार ने वस्तुत: विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया।
कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार बैठक वर्तमान राजनीतिक स्थिति के मद्देनजर गठबंधन साझेदारों (राकांपा और कांग्रेस) की रणनीति पर चर्चा करने के लिए थी।’ थोराट ने यद्यपि संवाददाताओं से कहा कि नेताओं ने वापस जाते मानसूनी वर्षा से राज्य के विभिन्न हिस्सों में फसलों को हुए नुकसान पर चर्चा की।
लेकिन कांग्रेसी सूत्र राज्य में भाजपा शिवसेना में चल रहे उठा पटक के बीच कांग्रेस राकपा गठबंधन की राज्य में सरकार बनाने की सम्भावनाओ पर भी चर्चा हुई. लेकिन महाराष्ट्र की राजनीती के भीष्म पितामह माने जाने वाले राकपा प्रमुख शरद पवार ने उपस्थित कांग्रेसी नेताओं को अनुकूल समय आने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी है.
भाजपा..शिवसेना को हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिला है लेकिन दोनों पार्टियां अभी तक सरकार नहीं बना पायी हैं। शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर 50…50 का फार्मूला लागू करने की मांग कर रही है। भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है जबकि शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 54 और 44 सीटें जीती हैं।