लॉकडाउन के दौरान पुलिस चौकी से दो करोड़ की शराब गायब, दो निलंबित
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पुलिस चौकी से दो करोड़ की शराब गायब हो गई है। घटना कोसीकलां इलाके की कोटवन चौकी की है। तस्करी की अवैध शराब को पुलिसकर्मियों ने पिछले 6 महीने में पकड़ा था। अवैध शराब बेच देने का मामला प्रकाश में आते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। उन्होंने रोजनामचा मिला कर देखा तो पकड़ी गई शराब की हजारों पेटियां गायब मिलीं। फिलहाल पुलिस ने चार के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं चौकी प्रभारी समेत दो को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिसकर्मियों द्वारा चौकी से बेची गयी शराब के मामले में पीआरवी कर्मी अनिल यादव की भूमिका संदिग्ध है। पीआरवी का सम्पर्क सिर्फ कंट्रोल रूम या थाने से रहता है, लेकिन पीआरवी पर तैनात सिपाही अनिल यादव को इस मामले में नामजद किया गया है।कोटवन चौकी से जब्त की गयी शराब चोरी करके बेचे जाने की शिकायत पर एसएसपी ने मामले की जांच कराई। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि चौकी पर जब्त शराब चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए दो युवक विष्णु, थान सिंह को गिरफ्तार किया गया।
इसमें पीआरवी-112 पर तैनात सिपाही अनिल व चौकी कोटवन हेड कांस्टेबल सतेन्द्र पचौरी की संलिप्तता पाये जाने पर निलंबित कर गिरफ्तार कराया गया। वहीं चौकी प्रभारी बालेन्द्र सिंह व हेड मोहर्रिर को लापरवाही पाये जाने पर निलंबित करते हुए विभगीय जांच कराई जा रही है। प्रारंभिक जांच एसपी सुरक्षा को सौंपी गयी है।
कोटवन चौकी पर इसके अलावा जो भी शराब चोरी हुई है उसके संबंध में भी मुकदमा दर्ज कराया गया हैlकोटवन चौकी पर पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पिछले 6 माह में 1 अक्तूवर 2019 से 22 मार्च 2020 तक पकड़ी गई शराब की कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई है।
जो कि अब यहां से गायब है। इस दौरान पकड़ी गयी शराब को कभी भी नष्ट नहीं किया गया, यह बात पुलिस रिकॉर्ड में भी दर्ज है।मामले पर एसपी देहात श्रीशचंद ने कहा कि पुलिस चौकी से बेची गई शराब की कीमत लगभग दो करोड़ रुपये है। कितने की शराब बेची गई है, इसका सही अंदाजा तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा।