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“प्यार में धोखा खाई सिंगर ज्योति लाम्बा की गुहार: ‘शादी की, मगर पत्नी का दर्जा नहीं दिया'”

(विशेष प्रतिनिधि)
मुंबई। अंधेरी पश्चिम की निवासी और गायिका ज्योति लाम्बा ( 37 ) ने प्यार में मिले धोखे और न्याय की लड़ाई को लेकर शुक्रवार को अंधेरी पूर्व में एक प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि उपेश ठक्कर नामक व्यक्ति ने उनसे हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने के बावजूद अब पत्नी मानने से इनकार कर दिया है।

ज्योति लाम्बा के अनुसार, 16 सितंबर 2022 को एक सहेली के जन्मदिन पार्टी में उनकी मुलाकात 40 वर्षीय उपेश ठक्कर से हुई, जो धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। इसके बाद 19 अप्रैल 2024 को अंबरनाथ (ठाणे) स्थित शिव मंदिर में पारंपरिक हिंदू रीति से दोनों की शादी हुई। शादी के बाद दोनों मलेशिया, कश्मीर, दिल्ली और उज्जैन (महाकाल) जैसे स्थलों पर साथ घूमे।

कुछ समय बाद उपेश उन्हें गुजरात लेकर गया और वहां किराए के मकान में रखा। लेकिन 12 जनवरी 2025 को यह कहकर उपेश ठक्कर घर से निकला कि वह बिजनेस के सिलसिले में बाहर जा रहा है और कभी संपर्क नहीं किया।

ज्योति ने बताया कि 26 जनवरी 2025 को जब ठक्कर से किसी तरह संपर्क हुआ तो उसने साथ रहने से इनकार कर दिया,जिससे रिश्ते में दरार आ गई। 6 फरवरी 2025 को दोनों परिवारों के बीच बातचीत भी हुई, जहां उपेश ठक्कर ने कथित तौर पर समझौते के तहत पैसा देकर पीछा छुड़ाने की बात कही, जिसे ज्योति ने ठुकरा दिया।

ज्योति लाम्बा ने 26 फरवरी 2025 को वर्सोवा पुलिस स्टेशन में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने 4 अप्रैल 2025 को मामला दर्ज किया। एक साल तक उनके साथ दांपत्य संबंध बनाए गए और अब उन्हें पत्नी मानने से इनकार किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने यौन शोषण के गंभीर आरोप को दरकिनार करते हुए सिर्फ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज किया और कार्रवाई अधूरी छोड़ दी।

ज्योति लाम्बा ने कहा कि “मैं सिर्फ न्याय चाहती हूं। जब शादी हुई है तो मुझे पत्नी का दर्जा मिलना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता तो कानून से मदद चाहिए। आज मैं दर-दर भटक रही हूं और मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही,” भावुक स्वर में ज्योति ने कहा।
” हमारा यह मामला एक बार फिर रिश्तों में धोखे और महिलाओं के अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।”