TOP STORIES

टिकट जांच कर्मचारियों की सजगता से तीन साल की बिछड़ी बच्ची को मिले अपने माता-पिता

विगत दिनों लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर यात्रियों की भीड़ के बीच एक तीन साल की बच्ची अपने माता-पिता से बिछड़ गई थी। बच्ची डरी और रोती हुई अवस्था में स्टेशन पर घूम रही थी, तभी टिकट जांच विभाग के सतर्क कर्मचारियों की नज़र उस पर पड़ी।

ड्यूटी पर तैनात टिकट निरीक्षकों में श्री बिरेंद्र शर्मा (टीटीआई), वी. राजा (टीटीआई), रोहन पाटिल (टीटीआई) और एस.एस. झुंजार राव (टीटीआई) ने तुरंत मानवता और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए बच्ची को अपने पास बुलाया उससे बातचीत की और उसकी मदद करने का निर्णय लिया।

इन अधिकारियों ने रेल सुरक्षा बल (RPF) के जवानों के सहयोग से तत्परता दिखाते हुए बच्ची के परिजनों की तलाश शुरू की। अथक प्रयासों के बाद वे बच्ची के पिता, श्री पवन शर्मा, से संपर्क साधने में सफल हुए और उन्हें स्टेशन पर बुलाया गया। पूरी प्रक्रिया के बाद बच्ची को सुरक्षित रूप से उसके पिता को सौंप दिया गया।

इस मानवीय और सराहनीय प्रयास की चारों ओर प्रशंसा की जा रही है। टिकट जांच कर्मचारियों की तत्परता और संवेदनशीलता ने एक परिवार को पुनः मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो भारतीय रेलवे की सेवा भावना और जिम्मेदारी को दर्शाता है।