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कल्याण पश्चिम विधानसभा: बागी प्रत्याशी को भाजपा का छुपा समर्थन!

कल्याण- कल्याण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में हर बार की तरह इस बार भी भाजपा में से एक बागी खडा है। कल्याण पश्चिम मंडल अध्यक्ष वरूण पाटिल ने भाजपा से टिकट ना मिलने पर पूर्व भाजपा विधायक नरेन्द्र पवार की तरह ही बगावत करते हुए अपना नामांकन दर्ज किया।

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मगर ऐन समय पर पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया । पवार के नामांकन वापस लेने के बाद भी भाजपा के वरिष्ठ वरूण पाटिल को नामांकन वापस लेने के लिए नहीं मना सके।
अब वरूण पाटिल को भाजपा ने छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है।

मगर अंदरूनी तौर पर भाजपा कल्याण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से सीट ना मिलने पर खासी नाराज है। यही वजह है कि भाजपा के स्थानीय नेतृत्व ने अंदरूनी तौर वरूण पाटिल को मदद करने का बीडा उठाया है।

कल्याण पश्चिम विधानसभा: सचिन बासरे , विश्वनाथ भोईर और वरूण पाटिल में त्रिकोणीय टक्कर

सूत्रों पर यदि यकीन किया जाए तो गुरूवार की शाम को एक पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री और भाजपा के पूर्व विधायक के साथ कल्याण दुर्गाडी किला परिसर के एक क्लब में निजी बातचीत हुई है और अंदरूनी तौर पर वरूण पाटिल को भाजपा का समर्थन देने का आश्वासन दिया गया है।

इस आश्वासन के बाद वरूण पाटिल जहां अपने प्रचार कार्य को तेज कर दिए हैं । वहीं शिन्दे गुट के भाजपा समर्थित मौजूदा विधायक व प्रत्याशी विश्वनाथ भोईर की हालत खराब हो रही है।

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आम जनता में भी विश्वनाथ भोईर की छबि जनता से ना मिलने वाले विधायक की बन चुकी है। शिन्दे गुट में भाजपा की भीतरघात से असमंजस की स्थिति बन गयी है। इससे पहले भी एक बार 2009 में भाजपा के एक पूर्व नगरसेवक मंगेश गायकर की बगावत से अखंड शिवसेना के प्रत्याशी राजेन्द्र देवलेकर विधानसभा चुनाव हार गये थे।

और मनसे के प्रकाश भोईर निर्वाचित हुए थे। अब दुबारा यदि इतिहास खुद को दोहराएगा तो चुनावी नतीजे शिवसेना (उबाठा) के प्रत्याशी सचिन बासरे की तरफ रूख कर सकते हैं । कुल मिलाकर इस बार कल्याण पश्चिम के नतीजों की खबर सभी को हैरान करने वाली हो सकती है।