उद्धव ठाकरे की स्थिति “क्या करूं क्या ना करूं”, अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकालने का पत्र
महाराष्ट्र में पिछले 15 दिनों से चल रहे राजनीतिक भूकंप शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के राज्य के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ शांत हो गया है।
और रही सही कसर अगामी 4 जुलाई को विधानसभा में बहुमत साबित कर नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पूरी कर देंगे।
लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अभी तक उहापोह की स्थिति अभी भी खत्म नहीं हुई है। उन्हेंे अभी तक समझ नही आ रहा क्या करू क्या ना करूं।
शायद उन्हें अभी भी लग रहा है कि उनके दबाव तंत्र के आगे शिवसेना से विरोध कर रहे विधायक उनके अधीनस्थ तो हो जाएंगे और फिर सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
ज्ञात हो कि राज्य में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को हटाकर शिवसेना के ही नेता एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हो गए हैं।
उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल द्वारा 30 जून को विधानसभा में बहुमत साबित करने के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शिवसेना प्रमुख उधव ठाकरे को 30 जून को ही विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध करने का सख्त निर्देश दिया।
स्थितियों को जानते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बहुमत परीक्षण के एक दिन पहले ही शाम को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी
और अगले दिन शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने राज्य के दसवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
शिवसेना के 38 विधायकों द्वारा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के विरोध में मोर्चा खोल देने के बाद के घटनाक्रम राज्य के लोगों ने 10 – 12 दिन तक लगातार देखा
जिसमें पक्ष प्रमुख ने अपने विधायकों को पार्टी में वापस बुलाने के लिए हर तरह का प्रयास किया।
कभी उन्होंने भावनात्मक रूप धरा तो अनेक तरह से उन्होंने विधायकों को धमकाने का भी प्रयास किया।
लेकिन इन सब का कोई असर शिवसेना से विरोध करें रहे विधायकों पर नहीं पड़ा और अंत में 30 जून को विरोधी गुटके ही एकनाथ शिंदे ने मुंबई आकर राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ ले ली।
राज्य मैं शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए जाने का शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुरुआत में तो ट्विटर द्वारा स्वागत किया और बधाई दी।
महाराष्ट्र राज्याचे नवनियुक्त मुख्यमंत्री @mieknathshinde जी व उपमुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis जी यांना भावी वाटचालीस शुभेच्छा. आपल्या हातून महाराष्ट्रामध्ये चांगले काम होवो, ही सदिच्छा!
— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) June 30, 2022
और अब आज शिवसेना के तरफ से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना से निकाले जाने का पत्र जारी किया है।