टिकट निरीक्षको के साथ बढते दुर्व्यवहार के प्रति नारजगी, आज देश भर के टिकट निरीक्षको का प्रदर्शन
विगत 11 मई को दादर स्टेशन पर मुख्य टिकट निरिक्षक धर्मेश कर्दम पर रेल सुरक्षा कार्यलय में रेल सुरक्षा बल के दो कर्मचारियों द्वारा किये गये हमले से अभी उभरे नही थे कि 13 मई को दानापुर मंड़ल के टिकट निरिक्षक पंकज कुमार पर बान्दा से सांसद भैरो प्रसाद मिश्र के गनर सुनिल कुमार द्वारा धक्का मुक्की और सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा द्वारा टीसी का मोबाइल जबरन छिनने और उन्हें ट्रेन से फेकने की कोशिश का हैरतअंगेज मामला प्रकाश में आया है.
कल्याण के टीसी स्टाफ का विरोध प्रदर्शन
पंकज कुमार के सहयोगी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुये बताया की सांसद जी का गनर A-1 के 22 नम्बर बर्थ पर सो रहा था, जब उससे टिकट मांगा तो उसने बताया की मै सांसद भैरो प्रसाद मिश्र का गनर हूँ, मुझे टिकट के विषय में कुछ नही मालूम, आप हमारे सांसद जी से बात कर ले,
सुरत रेलवे स्टेशन के टीसी स्टाफ का विरोध प्रदर्शन
उसके बाद उस गनर ने सांसद भैरो प्रसाद मिश्र का नम्बर मिलाकर दिया,वो भी उसी ट्रेन में सफर कर रहे थे. सांसद भैरो प्रसाद मिश्र ने टीटी मिश्रा को अपने बोगी में बुलाकर नौकरी से निकलवाने की धमकी दी एवं गाली गलौच करने लगे, टीसी मिश्रा ने इसकी शिकायत ट्रेन के डिप्टी सिटीआई पंकज कुमार से की. डिप्टी सिटीआई पंकज कुमार ने आते ही पहले तो समझाने की कोशिश की,
नासिक रेलवे स्टेशन के टीसी स्टाफ का विरोध प्रदर्शन
लेकिन मामला उलझता देख उन्होंने पुरे मामले की विडियो रिकॉर्डिंग अपने मोबाइल से करनी शुरू कर दी.इससे चिढ़े सांसद के सहयोगियों ने पहले तो डिप्टी सिटीआई पंकज कुमार का मोबाइल छिना फिर उन्हें जबरन चलती ट्रेन से फेकने की कोशिश की. घटना को देख रहे कोच परिचारक और टीसी मिश्रा ने बीच बचाव कर डिप्टी सिटीआई पंकज कुमार को बचाया और फिर झांसी के कंट्रोल रूम में इस घटना की सूचना दी,
इसी आधार पर झांसी में गाड़ी रुकने पर उपस्थित आर.पी.एफ एवं जी.आर.पी के अधिकारियों ने मोबाइल वापिस कराया, टी.टी.ई ने आगरा पहुचने पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से अपने साथ हुए दुर्व्यहार की शिकायत की, लेकिन सूत्रों के अनुसार अधिकारीयो ने इस शिकायत पर टी.टी.ई का साथ नही देकर आरोपी का साथ दिया एवं टी.टी.ई को शिकायत दर्ज ना करने की सलाह दी।
इस घटना को लेकर इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाइजेशन के महासचिव हेमन्त सोनी ने रेल प्रशासन को चेतावनी देते हुये कहा की यदि भविष्य में ऐसी घटना पुनः हुई तो इसका परिणाम प्रशासन को भुगतना पढ़ेगा, फिर रेल के राजदूत समझे जाने वाले टिकट जांच कर्मचारी अपना असली रूप दिखाने से नही चूकेंगे, उन्होंने आज 16 मई को पूरे भारत वर्ष में सभी टिकट जांच कर्मचारीयो से काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाने की घोषणा की।