डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र से ब्राह्मण उम्मीदवारी देने की भाजपा में मांग
विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा में भले ही देरी हो रही है लेकिन चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों की टिकट पाने का प्रयास जोर शोर से शुरू हो गया है।
कुछ यही स्थित विधानसभा क्रमांक १४३ डोंबिवली में भी देखा जा रहा है। ब्राह्मण मतदाता बहुल एवम् राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गढ माने जाने वाले इस विधानसभा क्षेत्र से इस बार भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से किसी ब्राह्मण को उम्मीदवारी दिए जाने की मांग जोर शोर से उठ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र ब्राह्मण मतदाता बहुल होने के बावजूद यहां गत ३५-४० साल से गैर ब्राह्मण को उम्मीदवारी दी जाती रही है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गत ३ सत्र से यहां से चुने जाने वाले भाजपा विधायक रविंद्र चौहान की शुरुवाती छवि अपराधी की रही है और वे संघ पृष्ठभूमि से भी नही आते है।
इनके पिछले १५ वर्ष के कार्यकाल में सांस्कृतिक नगरी डोंबिवली की स्थिती वद से बदतर हो गई है। अवैध निर्माण, बढ़ता अपराध, ट्रैफिक समस्या, खराब सड़के जैसी अनेकों समस्या डोंबिवली में दिन व दिन बढ़ती जा रही है। और पंद्रह वर्ष बीत जाने के बावजूद इन समस्या को ईमानदारी से सुलझाने का प्रयास भाजपा विधायक रविंद्र चौहान की तरफ से किया गया, ये नहीं दिखता है।
ऐसे में डोंबिवली में खासकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि वाले मतदाताओं में तीव्र असंतोष का माहौल है और उनकी तरफ से संघ के वरिष्ठ नेतृत्व को डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र से किसी ब्राह्मण उम्मीदवार को मौका दिए जाने की मांग जोरदार ढंग से की गई है।
हालाकि बाहुबली छवि वाले शिक्षित और सांस्कृतिक नगरी डोंबिवली के विधायक रविंद्र चौहान के प्रभाव से कोई भी भाजपाई या जनसंघी खुलेरूप से भाजपा नेतृत्व से टिकट पाने की दावेदारी नही कर रहा है।
लेकिन भाजपा नेतृत्व को संघ परिवार की तरफ से कुछ ब्राह्मण नामों की सिफारिश किए जाने की जानकारी विश्वस्त सूत्रों ने दी है। इनमे वरिष्ठ पत्रकार सुधीर जोगलेकर, राहुल दामले, मंदार हलवे, उदय कर्वे के नामों की जोरदार चर्चा है।
स्थानीय स्तर पर असंतोष और संघ परिवार द्वारा भाजपा वरिष्ठ नेतृत्व से ब्राह्मण उम्मीदवार देने की मांग पर भाजपा नेतृत्व क्या निर्णय लेता इस पर डोंबिवली वासी अपनी नजर बनाए हुए है।