रेल मंत्रालय के शह पर ट्रेनों में IRCTC वेंडर कर रहे है यात्रियों से अवैध वसूली
एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार रेलवे परिचालन में सुधार के साथ रेलवे के जड़ तक फैले भ्रष्ट्राचार को खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे है वही विभागीय भ्रष्ट्राचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
अनेक प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर भारत की तरफ जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में आईआरसीटीसी के वेंडर यात्रियों से खाने के सामानों का मनमाना मूल्य वसूलते है।
और इनमे से कुछ यात्री अगर इसका विरोध करते है और इसकी शिकायत १३९ पर फोन करके करते है या आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर या X (ट्विटर) पर रेल मंत्रालय में करते है तो फिर उनको स्पेशल ट्रीटमेंट देकर शांत कर दिया जाता है। करवाई कुछ नही होती है।
रेलवे ने इन्ही शिकायतों को दूर करने के लिए रेल मंत्रालय ने रेल सेवा विभाग अलग से शुरू किया है। अगर कोई यात्री शिकायत करते है तो इसी रेल विभाग के लोग यात्री से संपर्क कर PNR Number मांगते हैं और फिर तुरंत उस ट्रेन के कैंटीन मैनेजर (IRCTC) को वो PNR Number दे दिया जाता है।
कैंटीन मैनेजर संबंधित यात्री से मिलकर उसकी शिकायत सुनता है और फिर अवैध वसूली के लिए माफी मांगते हुए बात रफा दफा कर देता है। इस दौरान उसी ट्रेन के IRCTC के सब वेंडर उसे पहचान लेते है उसे सामानों की सही कीमत ही लेते है।
लेकिन बेचारे IRCTC के खाने के मूल्य सूची से अंजान लोग वेंडरों को मनमानी कीमत देकर ही खाने का सामान खरीदते है।
ताजा मामला मुंबई (महाराष्ट्र) के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से पटना जंक्शन जाने वाली ट्रेन क्रमांक १३२०२ का है। इस ट्रेन में सादी चाय ५० ml के लिए यात्रियों से १० रुपया वसूला जा रहा है ।
इसी तरह पानी की बोतल का भी २० रुपया (वो भी रेलनीर नही) वसूला जा रहा है। रात के खाने के लिए शाकाहारी का १५० और मांसाहारी (दो अंडा) का १६० रुपए वेंडर ने बताया है। IRCTC के ऑफिशियल खाने के मेनू में शाकाहारी खाने का ७० और मांसाहारी (दो अंडा) की कीमत ८० रुपया बताया है।
इसकी शिकायत भी की गई है रेलवे अधिकारियों को जानकारी के लिए उक्त यात्री का PNR NO 8804317433 हैं। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस बाबत निजी रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।