विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा तोड़े गए मंदिरों का जीर्णोद्धार करे केंद्र सरकार – वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के दौरान मंदिर न्यासियों की मांग
फोंडा, डी. 17
गोवा राज्य सरकार ने पुर्तगाली आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए गए सभी मंदिरों को पुनर्स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसी के अनुरूप आज ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में मांग की गई कि देश भर में विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा तोड़े गए सभी हिन्दू मंदिरों को पुनर्स्थापित करने का निर्णय केंद्र सरकार को लेना चाहिए।
गोवा में विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए गए इन सभी मंदिरों को पुनर्स्थापित करके गोवा सरकार ने भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इसके अनुसार प्राचीन श्री सप्तकोटेश्वर मंदिरों का जीर्णोद्धार गोवा सरकार ने ही करवाया था। साथ ही अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए एक समिति का गठन किया गया है और अगली प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, यह जानकारी महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के समन्वयक सुनील घनवत ने यहां एक प्रेस वार्ता में दी।
काशी में ज्ञान मुक्ति के लिए संघर्ष करने वाले सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, गोमांतक मंदिर महासंघ के जयेश थली, ज्योतिर्लिंग श्रीक्षेत्र के अध्यक्ष भीमाशंकर देवस्थान के अधिवक्ता सुरेश कौद्रे और विदर्भ देवस्थान सेवा समिति के सचिव अनूप जायसवाल शामिल थे।
मंदिर संस्कृति की रक्षा के लिए गोमांतक मंदिर संघ गोवा में काम कर रहा है और महाराष्ट्र मंदिर संघ इन मंदिरों को संरक्षित और विकसित करने का काम कर रहा है। घनवत ने कहा कि हमने महाराष्ट्र के 131 मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया है।
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि काशी के बाद कर्नाटक राज्य में मथुरा और श्री हनुमंत की जन्मस्थली किष्किंधा की मुक्ति के लिए लड़ाई छेड़ी जाएगी।
सरकार मस्जिदों में इमामों और मुल्लाओं के साथ-साथ कई राज्यों में मदरसों के वेतन में सब्सिडी देती है। फिर मंदिर में हिंदू पुजारियों को वेतन क्यों नहीं दिया जाता? यह सवाल अधिवक्ता सुरेश कौद्रे ने उठाया।जयेश थाली, अनूप जायसवाल ने भी अपनी भावना व्यक्त की।