कल्याण मनपा अस्पतालों में टीबी जैसी गंभीर बीमारी की दवाइयां उपलब्ध नहीं
कल्याण डोम्बिवली महानगरपालिका के अस्पतालों में जहां नागरिकों को महामारी करोना में लगातार हताशा का सामना करना पडा है वहीं अब एक और गम्भीर बात सामने आई है।
राज्य के साथ केंद्र सरकार भी जहां आम नागरिकों के लिए करोड़ों अरबों रुपए आरोग्य पर खर्च करने का दावा करती रही है वही कल्याण डोंबिवली मनपा के अस्पतालों में टीबी जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए अनेक दवाइयां उपलब्ध ही नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल्याण महानगरपालिका में टीबी का इलाज और इसकी दवाइयां मुफ्त में मरीजों को दिए जाने का प्रावधान है इसके लिए करोड़ों रुपए मनपा बजट से कल्याण डोंबिवली के मनपा अस्पतालों के लिए आवंटित भी है। बावजूद इसके टीबी के लिए अधिक कारगर दवाइयां इन मनपा अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है।
अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर पिछले छह-सात महीने से इस बीमारी को झेल रहे एक महिला मरीज ने बताया कि कल्याण मनपा के टीबी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गोडबोले ने उन्हें एक दवा ‘बीडीक्यू” दो महीने पहले लिखा है। और इसे यथाशीघ्र शुरू करने की भी हिदायत दी है लेकिन पिछले 2 महीने से यह दवा मनपा के औषधि भंडार में उपलब्ध नहीं है।
इस बारे में कल्याण मनपा के टीबी रोग विभाग के प्रमुख डॉ. सौदेकार और डॉ. डांगे ने भी कल्याण मनपा अस्पताल के औषधि विभाग में बीडीक्यू दवा नहीं होने की बात स्वीकारी है।
उल्लेखनीय है कि यह दवा बाहर के दवा दुकानों में नहीं मिलती है और महंगी होने के कारण आम नागरिक इसे खरीदने में भी असमर्थ है ऐसे में कल्याण मनपा प्रशासन के इन लापरवाही से नागरिकों में रोष का माहौल है