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कल्याण लोकसभा सीट से भाजपाई राकेश जैन निर्दलीय चुनाव मैदान मे, विकास नही होने का आरोप

कल्याण लोक सभा के नागरिकों को पिछले 10 साल से अपेक्षित मूलभूत सुविधाओं के लिए भी दर-दर भटकना पड़ रहा है। यहां से सांसद डॉक्टर श्रीकांत शिंदे होने के बावजूद यहां के नागरिकों को चिकित्सा सुविधाओं के लिए ठाणे और मुंबई की दौड़ लगानी पड़ती है.

इसके साथ पूरे लोकसभा क्षेत्र में अनियोजित शहर विस्तारीकरण, पेयजल समस्या, खराब सड़क, ट्रैफिक, जैसी अनेक समस्याओं पर शिद्दत से कार्य करने की आवश्यकता है। इन्हीं समस्याओं को सुलझाने के लिए इस बार के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव में उतरने की तैयारी डोंबिवली निवासी राकेश जैन नाहर ने दिखाई है।

भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश जैन ने मुंबई आसपास से विशेष बातचीत में बताया कि वे यह चुनाव लड़ने का निर्णय कल्याण लोकसभा क्षेत्र के हर शहर, हर गांव से लोगों के मिल रहे जन समर्थन के बाद लिया है।

उनके अनुसार पूरे कल्याण लोकसभा क्षेत्र में स्वास्थ संबंधी सुविधाएं अपेक्षा के अनुसार नहीं है। यह के गरीब व मध्यमवर्गीय तबके के लोगों को ऑपरेशन से प्रसूति, हॉट अटैक संबंधित बीमारी, के साथ अनेक गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए या तो यहां के प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता है या फिर ठाणे और मुंबई के सरकारी अस्पतालों में भागना पड़ता है।

ऐसे ही भागदौड़ में अनेकों मरीजों के मरने की खबर लगभग रोज सुनने को मिल जाती है। उनके अनुसार शहरी क्षेत्र के साथ यहा के ग्रामीण क्षेत्रों में भी नागरिक वर्षो से पेयजल संबंधी समस्याओं से जूझ रहे है। इस पर कभी गंभीरता से विचार नहीं हुआ है।

उनके अनुसार कल्याण और डोंबीवली शहर को कलस्टर डेवलपमेंट की आवश्यकता है. यहां की पुरानी निवासी बिल्डिंगो की हालत जर्जर अवस्था में हैं उनके पुनर्निर्माण की आवश्यकता है.

राकेश जैन के अनुसार पूरी लोकसभा क्षेत्र में आबादी लगातार बढ़ रही है. लेकिन यहा की सड़के पुरानी और संकरी है, इससे यहां से नागरिकों को रोज सुबह शाम ट्रैफिक की समस्या से जूझना पड़ता है।

राकेश जैन भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष है। इसके साथ वे अपने गृह राज्य राजस्थान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सलग्न संस्था अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी सक्रिय रुप से काम किया है।

महायुति के लोकसभा सीटों के बटवारे में कल्याण लोकसभा सीट शिवसेना के कोटे में गई है। ऐसे में यहां से भाजपा के पदाधिकारी द्वारा चुनाव मैदान में उतरने के बारे में मुंबई आसपास द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब पर राकेश जैन ने कहा कि वर्षो पहले ठाणे लोकसभा सीट भाजपा की थी यहां से भाजपा के स्व. रामभाऊ म्हालगी और फिर राम कापसे जीता करते थे।

जो जबरदस्ती या फिर सहमति से शिवसेना ने ठाणे लोकसभा सीट पर कब्जा कर लिया। ठाणे लोकसभा सीट का विभाजन होने पर ठाणे और कल्याण ऐसे दो लोकसभा सीट हो गए हैं.

कल्याण लोकसभा क्षेत्र के छ विधानसभा में से भाजपा ने यहां की तीन (डोंबिवली, कल्याण, और उल्हासनगर) विधानसभा मैं जीत दर्ज की है जबकि शिवसेना एकमात्र अंबरनाथ विधानसभा में ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवा पाई है। ऐसे में यह लोकसभा सीट पर भाजपा का हक बनता है।