बारामती लोकसभा सीट से विजय शिवतारे के चुनाव नहीं लड़ने की सहमति
बारामती लोकसभा सीट से शिवसेना शिंदे गुट के विजय शिवतारे द्वारा निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा के साथ ही महायुती की उम्मीदवार सुनेत्रा पवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के लिए भारी सर दर्द साबित हो रहा था।
लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की मध्यस्थता के कारण शिवसेना नेता विजय शिवतारे ने बारामती से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की अपनी सहमति दे दी है।
जिससे शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट और राकपा अजीत पवार गुट के नेताओं में बढ़ रहे निरंतर तनाव कम होने की चर्चा है
शुरुआत से ही बारामती लोकसभा सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है और यहां से राकपा सुप्रीमो रहे शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले लोकसभा में उम्मीदवार है और इसके विरुद्ध उनके भतीजे अजीत पवार को अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को यहां से लोकसभा चुनाव जिताने की बड़ी चुनौती है।
और इसी दौरान शिवसेना की तरफ से विजय शिवतारे के निर्दलीय उम्मीदवारी की घोषणा अजीत पवार के लिए नया सर दर्द बन गया था।
राकपा अजीत पवार गुट के अनेक शीर्ष नेताओं ने शिवतारे की इस घोषणा के बाद से ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर शिवतारे से उम्मीदवारी की घोषणा वापस लेने का दवाव बनाया जा रहा था लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आ रहे थे।
बुधवार देर शाम राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की मध्यस्थता में यह विवाद खत्म होने का दावा किया जा रहा है।
अनेक समाचार चैनलों पर यह समाचार प्रसारित किया जा रहा है कि कल शाम ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के वर्षा बंगले पर एक बैठक का आयोजन किया गया था।
जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और विजय शिवतारे भी उपस्थित थे। जिसमें विजय शिवतारे ने इन सब के समक्ष बारामती से अपनी उम्मीदवारी नहीं भरने की सहमति जताई है।