अध्यात्म का महत्व वैज्ञानिक अनुसंधानों से भी सिद्ध होता है – शोर्न क्लार्क
मुंबई, दि. 25
डॉ. जयंत आठवले के मार्गदर्शन में महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से आध्यात्मिक विषयों पर अद्वितीय वैज्ञानिक अनुसंधान किया जा रहा है। महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के अनुसार, ऑरा और ऊर्जा स्कैनर जैसे उपकरणों का उपयोग करके किया गया शोध प्राचीन भारतीय शिक्षाओं के अनुरूप है। शॉन क्लार्क द्वारा पोस्ट किया गया।
कार्यदल ‘सेवा-सेवाभाव, परोपकार एवं स्वयंसेवा’ ने भोपाल में ‘सी-20’ सम्मेलन का आयोजन किया। इस कॉन्फ्रेंस में क्लार्क ‘द बेस्ट प्रैक्टिसेज ऑफ इंडिपेंडेंट सर्विस योगीज’ यानी ‘सिंगल सर्विस वर्कर’ विषय पर सत्र में बोल रहे थे।
इस शोध से यह साबित हो गया है कि हजारों साल पहले हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा दुनिया को दिया गया ज्ञान भी सत्य है। यह शोध यह भी समझ प्रदान करता है कि सूक्ष्म जगत हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि एक्जिमा, नशा, मानसिक बीमारी सहित विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर काबू पाने में अध्यात्म उपयोगी है।
संगीत की विभिन्न शैलियों और उनके मनोदशा पर पड़ने वाले प्रभाव पर आध्यात्मिक शोध किया गया। इससे क्लार्क ने कहा कि उच्च आध्यात्मिक स्तर के संतों द्वारा गाए गए भक्ति गीतों का व्यक्ति की मनोदशा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जबकि भारी धातु संगीत से व्यक्ति की नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।