उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने बहुमत सिद्ध किया. भाजपा का सभा त्याग
राज्य में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने शनिवार यानि आज महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत साबित किया। महाविकास आघाडी को सदन में कुल १६९ विधायको ने अपना समर्थन जाहिर किया. एमआईएम के ३ सदस्य और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक सदस्य ने मतदान में हिस्सा नही लिया जबकि भाजपा सदस्यों ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणविस के नेतृत्व में सभा त्याग किया. यह गठबंधन शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस ने मिलकर बनाया है।
आज दोपहर लगभग दोपहर दो बजे विधानसभा में सदन की बैठक के बाद शक्ति परीक्षण संपन्न हुआ। जिसमे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया। विधान सभा का दो दिवसीय सत्र शनिवार को शुरू हुआ। पहले दिन सदन में नए मंत्रियों के परिचय के बाद विश्वास मत हासिल किया गया।
कल रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा जिसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा। नए विधानसभा अध्यक्ष इसके बाद विधानसभा में नेता विपक्ष के नाम की घोषणा करेंगे। राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिये तीन दिसंबर तक का वक्त दिया था।
राकांपा के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थायी (प्रोटेम) अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने भाजपा के कालिदास कोलंबकर की जगह ली जिन्हें विधायकों को शपथ दिलाने के दौरान पूर्व में अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
पाटिल पूर्व में भी विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों- शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस से दो-दो – ने भी शपथ ली थी।