राष्ट्रीय अनसूचित जनजाति आयोग के रिसर्चर्स इंटर्नस आलोक तिवारी और मोहन मीना ने की राकेश टिकैत से मुलाकात
राष्ट्रीय अनसूचित जनजाति आयोग के रिसर्चर्स इंटर्नस आलोक तिवारी और मोहन मीना ने की राकेश टिकैत से मुलाकात
राष्ट्रीय अनसूचित जनजाति आयोग के द्वारा चलाए जा रहे रिसर्च इंटर्नशिप के रिसर्चर्स आलोक तिवारी और मोहन मीना ने किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की और जनजाति समाज के लिए किस प्रकार से काम किया जा रहा है और इसे प्रभावी रूप से कैसे लागू किया जा सकता है इस विषय पर चर्चा की।
राकेश टिकैत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि झारखंड में जनजाति समाज के लिए सरकार को बहुत से मुद्दों पर काम करना चाहिए जैसे कि ऑर्गनिक बोर्ड की स्थापना , टूरिज़म की बढ़ोतरी , वनौषधि पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाना चाहिए और इन विषयों पर काम किया जाना चाहिए ।
शोधकर्ता मोहन मीना ने 5 वी अनसूचि को कैसे प्रभावी रूप से लागू किया जाए और आलोक तिवारी ने जनजाति समाज के लिए विकास परियोजना कैसी बनानी चाहिए जिससे जनजाति समाज पूर्णरुप से एक सुखी जीवन जी सके इसके बारे में अपने विचार रखे।
मोहन मीना और आलोक तिवरी राष्ट्रीय अनसूचित जनजाति आयोग के माध्यम से जनजाति समाज के लिए सरकार के द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं पर 2 महीने शोध के लिए झाड़खण्ड के गुमला जिले में आए हुए है और ये मुलाकात उसी संदर्भ में हुई।
इनमे शोधकर्ता आलोक तिवारी महाराष्ट्र के ठाणे जिला स्थित डोंबिवली के निवासी है।