डोंबिवली औधोगिक क्षेत्र मे रोज “बिजली गुल” से परेशान उद्योजक
डोंबिवली अधोगिक परिसर से सटे गावों मे पिछले अनेक महीनों से जमकर विधुत कटौती हो रही है। अधोगिक क्षेत्र के नजदीक होने के कारण यहा हजारों कि संख्या मे छोटे स्तर के कारखाने है। और लाक डाउन के दौरान भीषण आर्थिक संकट से गुजरे देश भर के साथ यहा के व्यवसाई को जब थोड़ा संभलने का मौका मिला है तो यहा लगातार विधुत कटौती हो रही है।
महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डेवलोपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड MSEDCL के कर्मचारियों के साथ विभाग के लापरवाह अधिकारियों से यहा लगातार हो रही विधुत कटौती से नागरिकों मे रोष का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डोंबिवली अधोगिक क्षेत्र के फेज १ से सटे पिसवली, टाटा पवार, अरवली, गोलवली, दावडी, और दावड़ी रोड मे बड़े उद्योगों के पूरक छोटे कारखाने हजारों कि संख्या मे है। यहा इसी अनुपात मे कामगार भी कार्यरत है। लेकिन पिछले अनेक महीनों से महावितरण द्वारा मनमाने ढंग से विधुत कटौती की जा रही है।
बिना कोई पूर्व सूचना के इस क्षेत्र मे कि जाने वाली विधुत कटौती से यहा के छोटे उधोजकों मे रोष का माहौल है। उनके अनुसार राज्य सरकार के साथ महावितरण के वरिष्ठ अधिकारी रोज राज्य मे भरपूर बिजली उपलब्ध होने का दावा करते है। फिर रोज इस क्षेत्र मे विधुत कटौती क्यों हो रही है।