भिवंडी महापौर चुनाव में भाजपा, कोणार्क आघाडी ने कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन को धुल चटाई
भिवंडी महापौर चुनाव में कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन को भाजपा सांसद कपिल पाटिल, विधायक महेश चौगुले और पूर्व महापौर विलास आर पाटिल की तिकड़ी ने धुल चटाते हुए कोणार्क गठबंधन की उम्मीदवार प्रतिभा विलास पाटिल को जीत दिलाई है. और कांग्रेस की रासिका पप्पू रांका का महापौर बनने का सपना चकनाचूर कर दिया है।
ज्ञात हो कि भिवंडी महानगरपालिका के 2017 में हुए चुनाव में कुल 90 सीट में से कांग्रेस ने ४७ सीट जीतकर बहुमत स्थापित की थी इसी के साथ इस चुनाव में भाजपा को 20 शिवसेना को १२, कोणार्क आघाडी और रिपब्लिकन पार्टी को ४-४, समाजवादी पार्टी को २, और एक निर्दलीय ने सीट जीती थी.
इस चुनाव के बाद महापौर चुनाव में स्थानीय भाजपा सांसद कपिल पाटिल ने शिवसेना से गठबंधन करने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन शिवसेना ने इसे अस्वीकार करते हुए कांग्रेस का साथ दिया था.
जिससे भिवंडी के हिंदुत्ववादी शिवसैनिक अपने पार्टी से नाराज थे पिछले डेढ़ वर्ष में कांग्रेस की महापौर होने के बावजूद यहां विकास कार्य नहीं हो पा रहा था और इस बार कांग्रेस ने महापौर पद के लिए जो उम्मीदवार उतारा था उसके प्रति भी कांग्रेस के नगर सेवकों में नाराजगी थी और इसी का परिणाम आज हुए महापौर चुनाव में देखने को मिला.