राज्य सरकार ने दक्षिण मुंबई में पुरानी इमारतों के पुनर्विकास के लिए नई नीति की घोषणा की – मुंबई बिल्डिंग एंड रिपेयर बोर्ड सात परियोजनाओं को पूरा करेगा
मुंबई, दि. 27
राज्य सरकार ने दक्षिण मुंबई में पुरानी इमारतों के पुनर्विकास के लिए एक नई नीति की घोषणा की है और अब इन पुरानी इमारतों की सात रुकी हुई परियोजनाओं को महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में मुंबई बिल्डिंग एंड रिपेयर बोर्ड द्वारा पूरा किया जाएगा।
इन सात परियोजनाओं में पानवाला चाल नं. 2 एवं 3, तारानाथ निवास (लालबाग), आर.के. बिल्डिंग नंबर 1 और 2, स्वामी समर्थ कृपा बिल्डिंग (दादर पश्चिम), नानाभाई चल (पारल गांव), जसोदा सहकारी हाउसिंग सोसाइटी (माहिम) और म्हात्रे बिल्डिंग (गिरगांव) शामिल हैं।
इन सात परियोजनाओं के लिए भूखंड अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। तदनुसार, इन रुकी हुई इमारतों को म्हाडा के माध्यम से निविदाएं आमंत्रित करके पुनर्विकास किया जाएगा। फिलहाल शहर में 13 हजार 309 सेसेबल इमारतें पुनर्विकास का इंतजार कर रही हैं। इस संबंध में राज्य सरकार ने आठ विधायकों की एक समिति नियुक्त की। इस समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट को राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है और तदनुसार नई नीति जारी की गई है। इस नई नीति के तहत म्हाडा एक्ट में संशोधन किया गया है।