प्रधानमंत्री ने ‘कारोबार में सुगमता’ से जुड़े ग्रैंड चैलेंज का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर ‘कारोबार में सुगमता’ से जुड़ी सात चिन्हित समस्याओं को सुलझाने के लिए ‘ग्रैंड चैलेंज’ का शुभारंभ किया है। इस चैलेंज का उद्देश्य युवा भारतीयों, स्टार्ट-अप्स और अन्य निजी उद्यमियों की क्षमताओं का दोहन करना है, ताकि वर्तमान अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जटिल समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय और विदेशी कंपनियों के चुनिंदा मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री ने भारत में कारोबारी माहौल को निरंतर बेहतर करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने भारत को भी दुनिया के उन सबसे आकर्षक स्थलों में शुमार करने का अपना संकल्प दोहराया जहां कारोबार करना सर्वाधिक सहज होगा। प्रधानमंत्री ने सुधार के रास्ते पर अग्रसर मंत्रालयों एवं विभागों के साथ-साथ राज्यों और नगर निगमों के समस्त सरकारी पदाधिकारियों को पिछले चार वर्षों में हासिल की गई उपलब्धियों के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही उन्हें और ज्यादा उत्साह एवं ऊर्जा के साथ सुधारों के लिए कार्य करने की सलाह दी।
विश्व बैंक समूह के उपाध्यक्ष (दक्षिण एशिया) हार्टविग शाफेर ने भी इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया और भारत द्वारा हासिल की गई व्यापक उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि जैसे-जैसे किसी देश की रैंकिंग बेहतर होती है, वैसे-वैसे रैंकिंग को और ऊपर ले जाना अधिक कठिन होता जाता है। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि भारत ने ‘कारोबार में और ज्यादा सुगमता’ सुनिश्चित करने से जुड़े अपने प्रयासों के तहत पिछले चार वर्षों में जो तेज गति हासिल की है वह आगे भी बनी रहेगी।
विश्व बैंक द्वारा 31 अक्टूबर, 2018 को जारी ‘कारोबार में सुगमता’ रिपोर्ट (डीबीआर, 2019) में भारत 23 पायदानों की ऊंची छलांग लगाकर वर्ष 2017 के 100वें पायदान से ऊपर चढ़कर 77वें पायदान पर पहुंच गया है। विश्व बैंक की इस रिपोर्ट में 190 देशों में कारोबारी माहौल का आकलन किया गया है। सरकार द्वारा इस दिशा में किए जा रहे निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत ‘कारोबार में सुगमता’ सूचकांक में पिछले दो वर्षों में 53 पायदान और पिछले चार वर्षों (2014-2018) में 65 पायदान ऊपर चढ़ चुका है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य एवं उद्योग तथा नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु, पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।