जय श्री राम नही बोलने पर मारपीट के मामले फर्जी, हिन्दू – मुस्लिम तनाव बढ़ाने की साजिश
उन्नाव के मदरसे के युवको से जबरन जयश्री राम बुलवाने और नही बोलने पर हिन्दू युवको द्वारा कथित तौर पर मारपीट करने का फर्जी मामला अभी शांत भी नही हुआ है कि उत्तर प्रदेश के ही बागपत जिले के दोघट क्षेत्र में एक मस्जिद के इमाम इमलाकुर्रहमान के साथ भी कुछ युवकों ने कथित रुप से मारपीट कर उनकी दाढ़ी नोच ली और उनपर ‘जय श्री राम‘ कहने का दबाव बनाया। इस आशय की शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज की गई है.
जबकि यहाँ के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला सिर्फ मारपीट का लग रहा है। फिर भी तहरीर के आधार पर पुलिस ने करीब 12 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।पुलिस सूत्रों के अनुसार इससे पहले भी इसी इमाम इमलाकुर्रहमान ने पड़ोस के जिले मुजफ्फरनगर के एक थाने में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज कराया था जो कि जांच में झूठा पाया गया था।
दो दिन पहले इसी तरह की घटना उन्नाव जिले के एक मदरसे के युवको के साथ कथित तौर पर घटित हुई थी जिसमे मदरसे के युवको ने पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार उन्हें कुछ हिन्दू युवक क्रिकेट खेलने के दौरान आकर जबरन जय श्रीराम बोलने के लिए कहा और नही बोलने पर मारपीट करने लगे.जबकि स्थानीय पुलिस इसे क्रिकेट खेलने के दौरान हुए विवाद का परिणाम बता रही है.
इसी मदरसे के इमाम का झूठ शनिवार को एक टी वी चैनल के डिवेट में भी पकड़ा गया, जिसमे उन्होंने पहले कहा की उनके मदरसे के बच्चे आरोपियों को नही जानते थे. और उनलोगों ने आरोपियों को फेसबुक से ढूंढा. इमाम के इस दलील पर वहा उपस्थित सभी सदस्यों ने एक मुख से इमाम के झूठ की भर्त्सना की. क्योकि किसी भी अनजान व्यक्ति की जिसका नाम भी पता न हो सिर्फ चेहरे के आधार पर फेसबुक में ढूंढा नही जा सकता.इसे इत्तेफाक कहे या साजिश उन्नाव के चारो आरोपी स्थानीय भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी है. और चारो का मोबाइल लोकेशन घटना के समय घटना स्थल पर नही मिला.
मुजफ्फरनगर के जौला के निवासी इमलाकुर्रहमान के अनुसार वे शनिवार की शाम मोटरसाइकिल से सरधना से अपने गांव जा रहे थे। रास्ते में दोघट थाना क्षेत्र के सरौरा गांव के पास सड़क के किनारे खड़े करीब 12 युवकों ने उन्हें रोक लिया और मारपीट कर उनकी दाढ़ी नोच ली। वह सरधना की एक मस्जिद में इमामत करते हैं।
इमाम का आरोप है कि युवक उनसे जबरन ‘जय श्री राम‘ का नारा लगवाना चाहते थे। इमाम के शोर मचाने पर राहगीर एवं उनके ही गांव के सुहैल तथा नदीम मौके पर पहुंचे और उन्हें हमलावर युवकों के चंगुल से छुड़ाया।तहरीर में आरोप है कि युवक इमाम को यह धमकी देकर चले गए कि यहां दोबारा मत आना। अगर आना है तो दाढ़ी कटवाकर आना होगा।
बहरहाल, पुलिस ने तहरीर के आधार पर करीब 12 अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।आश्चर्यजनक रूप से इमाम के अपने गाव के पास ही स्थित सरौरा गाव के हद में १२ युवक उनपर हमला करते है लेकिन इमाम साहब एक भी युवक की पहचान नही कर पाते है इसी तरह उन्ही के गाव के दो और युवक सुहैल और नदीम भी उन्हें बचाने आते है लेकिन वे लोग भी उन १२ युवको में से किसी को पहचान नही पाते है और स्थानीय थाने में १२ अज्ञात हिन्दू युवको के विरुद्ध शिकायत दर्ज होती है.
पुलिस अधीक्षक के अनुसार अभी तक मारपीट की वजह मालूम नहीं हो सकी है। अलबत्ता जांच में यह बात भी सामने आई है कि इससे पहले भी इमाम इमलाकुर्रहमान ने पड़ोस के जिले मुजफ्फरनगर के एक थाने में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज कराया था जो कि जांच में झूठा पाया गया था।