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अंतिम दर्शन में शव बदले होने से घबराए परिजन ,भक्ति वेदांत अस्पताल की लापरवाही.

अस्पताल में मरीज की मौत हो जाने के बाद उनके परिजनों को एक बार अपने मृत परिजन की डेड बॉडी लेते समय अच्छे से निरीक्षण कर लेने की आवश्यकता है बरना बिल वसूली कर लेने के बाद अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह हो जाता है और इसी लापरवाही में अपने प्रिय परिजन के मृत देह लेने की आस में खड़े लोगों को अस्पताल प्रशासन किसी दूसरे की डेड बॉडी दे देता है और सच्चाई का पता तब चलता है जब अपने परिजन के अंतिम दर्शन के लिए लोग सफेद कपड़े से ढके मृतक का चेहरा देखते हैं घटना मुंबई से सटे मीरा भायंदर की हैऔर यहां के प्रसिद्ध भक्ति वेदांत अस्पताल में यह गलती हुई है जिसके कारण यहाँ के शेट्टी परिवार को गहरे सदमे से गुजरना पड़ा है

प्राप्त जानकारी के अनुसार यहाँ के मीरा रोड निवासी शेट्टी परिवार के भुजंगा शेट्टी (उम्र 70) की लंबी बीमारी के बाद मंगलवार सुबह यहां के भक्ति वेदांत अस्पताल में निधन हो गया. जिसके बाद शोकाकुल शेट्टी परिवार अस्पताल की सभी ओपचारिकता पूरी करके अपने निवास पर चले गए जहा पर सुचना मिलने के कारण उनके मित्र और परिवार जन मृतक भुजंगा शेट्टी के अंतिम संस्कार के लिए जमा हो गए उन्हें इंतजार था तो अस्पताल द्वारा मृतक भुजंगा शेट्टी का मृतदेह आने का.

अस्पताल के एंबुलेंस में जैसे ही मृतदेह शेट्टी परिवार के निवास पर पहुंचा तो सब लोगों ने अंतिम दर्शन के लिए लाइन लगा दी लेकिन जैसे ही मृतक के चेहरे से कपड़ा हटाया गया,तो मृतदेह किसी अन्य व्यक्ति का दिखा आश्चर्यजनक रूप से हुए इस घटनाक्रम की शिकायत शेट्टी परिवार ने यथाशीघ्र भक्ति वेदांत अस्पताल के प्रबंधकों को किया अस्पताल में इसकी सूचना मिलने पर वहा भी अफरा-तफरी मच गई, तुरंत ही अपनी गलती मानते हुए भक्ति वेदांत प्रबंधन ने अपने निजी एंबुलेंस से मृतक वेदांता शेट्टी का शब सेठी परिवार के निवास पर पहुंचाया और वहां से अज्ञात व्यक्ति का शव वापस लाकर अपने मोर्चरी में रख दिया भक्ति वेदांत प्रबंधन के अनुसार इस तरह की पहली गलती अस्पताल द्वारा हुई है अस्पताल के सभागार में रहने वाले कार्यरत कर्मचारी अनंत सावंत को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया

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