नम आंखों से भक्तों ने दी बप्पा को विदाई
विसर्जन मे भेदभाव करते दिखाई दिए मनपाकर्मी
प्रेम चौबे
वसई विरार शहर में ढोल-ताशों की धुन के बीच नम आंखों से भक्तों ने बप्पा को पांचवे दिन के विदाई दी इसी के साथ ही मुंबई सहित पूरे राज्य में गणेशोत्सव के पाँच दिवसीय गणपति बप्पा बप्पा का विसर्जन धूम धाम से संपन्न हुआ,हर गली- मोहल्लों से एक ही उद्घोष ‘गणपति बप्पा मोरया, पुढ्च्यावर्षी लवकर या’ के बीच मूर्तियां विसर्जन स्थल की ओर दिखाई दे रही थी, विदाई को लेकर भले ही भक्तों की आंखें नम थीं, लेकिन लोग ढोल-नगाड़ों की धुन पर झूमते बप्पा के भक्त नजर आए विसर्जन प्रक्रिया में किसी भी तरह की मुश्किल न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस के अलावा तट रक्षकों को तालाबों तटों पर नियुक्त किया गया है। इसमें विषेश बात यह है कि वसई विरार शहर महानगरपालिका ने बविआ कार्यकर्ता विलास बंधु चोरघे को बप्पा की विदाई के लिए वीआईपी विसर्जन देकर मेहरबान क्यों हैं।

मिली जानकारी के अनुसार वसई विरार शहर में आयुक्त अनिल पवार ने वसई तालुका के कृतिम तालाब और नैसर्गिक तालाब पर पालिका कर्मचारी के मौजूदगी में नियम उल्लंघन हुआ है। एक तरफ पालिका नियम बनाने में बहुत आगे रहती है लेकिन उनके ही कर्मचारी नियमों का पालन नही करते हैं। आपको बता दे कि नियम कानून सभी के लिए बराबर होना चाहिए। लेकिन विरार विलास बंधु चोरघे पर पालिका मेहरबान क्यों देखते है ,मनपा कब तक कारवाई करती हैं।