content="KEMyuGIB3Mjc5GDYHifwbNFsBuU_f-hMJSIMcM0_iUs" /> रेलवे डाक्टरो के तबादले में भी हेरा फेरी ! – मुंबई आसपास
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रेलवे डाक्टरो के तबादले में भी हेरा फेरी !

मध्य रेलवे के स्वस्थ विभाग में तबादलों पर फैसले मनमाने ढंग से लिए जा रहे है मध्य रेलवे के स्वस्थ विभाग के अधिकारी को, ना तो स्थान्तरित होने वाले डाक्टरों की हालत का भान रहता है ना ही करने वाले जगहों के बारे में जानकारी होती है इससे रेलवे अस्पताल के डाक्टरों,  कर्मचारियों के साथ मरीजो में रोष का माहौल है

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प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिनों मध्य रेलवे के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो ने बिना सोचे समझे करीबन 7 महिने गर्भवती महिला डाक्टर मिनाक्षी मिश्रा का रातो रात भायखला रेलवे अस्पताल से कल्याण रेलवे अस्पताल स्थानातरण कर दिया, सूत्रो के अनुसार यह स्थानातरण भायखला अस्पताल के  कुछ वरिष्ठ डाक्टर की शह पर हुये है,

सोचने वाली बात तो यह है कि इस समय जबकी गर्भवती महिला डाक्टर स्वयं गाड़ी में सफर करने में लाचार है तो उनका स्थानातरण क्यो किया गया, यदि करना ही था तो सालो से उसी भायखला अस्पताल में एक ही जगह जमे डॉ.दीपक डालमिया का स्थानातरण क्यो नही किया गया ?

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मजे की बात तो यह है कि महिला डाक्टर मिनाक्षी मिश्रा को सोचने  समझने का भी  समय नही दिया गया, उसे तत्काल प्रभाव से कल्याण की और रवाना कर दिया गया, और कल्याण के ई.एन.टी डॉ. दामोदर को भायखला अस्पताल ज्वाईन करने का आदेश दे दिया गया. जबकी उन्हें कल्याण आये अभी ज्यादा समय नही हुआ है, फिर तबादला क्यों? इधर महिला डाक्टर डॉ.मिश्रा ने कल्याण आकर 6 महिने का मेटरनीटी अवकाश ले लिया है।

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अब सवाल यह उठता है कि कल्याण अस्पताल मंडल स्तर का अस्पताल है इसमे मंडल के सभी जगह से मरीज दिखाने आते है, जब डाक्टर ही अस्पताल में नही रहेगा तब यहाँ दूर दूर से रोज सैकड़ो की संख्या में आने वाले मरीजो के साथ हाल में लाई गई लाखो रुपये की दवा एवं विभिन्न चिकित्सा जांच मशीन का क्या होगा, मरीजो एवं स्वास्थ विभाग के लोगो में इन तबादलो को लेकर काफी असन्तोष है जो कर्मचारीयो की कार्यप्रणाली पर प्रभाव छोड़ेगा, उसकी जिम्मेदार रेलवे के उन आला अफसर होंगे जिन्होंने बिना सोचे समझे जल्दी बाजी में यह निर्णय लिया है।

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