मुंबई और महाराष्ट्र के विकास में बंगाली समुदाय का योगदान- राज्यपाल रमेश बैस
मुंबई, दि. 21
मुंबई के बंगाली समुदाय ने चिकित्सा, कला, फिल्म, रंगमंच, इतिहास, पत्रकारिता और न्यायपालिका सहित कई क्षेत्रों में अपने विशिष्ट कार्य के माध्यम से एक विशिष्ट छाप छोड़ी है। राज्यपाल रमेश बैस ने कल यहां कहा कि बंगाली समुदाय बहुत प्रतिभाशाली है और इस समुदाय ने मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र के विकास में बहुत योगदान दिया है।
राज्यपाल बैस की उपस्थिति में मंगलवार को राजभवन में पहली बार ‘पश्चिम बंगाल राज्य स्थापना दिवस’ मनाया गया।
राज्य ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवींद्रनाथ टैगोर, सुरेंद्रनाथ बनर्जी जैसे दूरदर्शी नेताओं को यह कहते हुए दिया है कि पश्चिम बंगाल ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राज्यपाल ने उल्लेख किया कि मुंबई में स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन का आश्रम इस वर्ष अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है और उन्होंने स्मरण किया कि स्वामी विवेकानंद शिकागो में सर्व धर्म संसद में भाग लेने के लिए मुंबई से गए थे।
पश्चिम बंगाल ने न केवल व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में, बल्कि संसदीय लोकतंत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, यह कहते हुए राज्यपाल बैस ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
रामकृष्ण मठ मुंबई के अध्यक्ष स्वामी सत्यदेवानंद महाराज, वरिष्ठ तबला एवं सतार वादक पं. नयन घोष, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. भट्टाचार्य, छत्रपति शिवाजी महाराज गुड्स म्यूजियम के निदेशक सव्यसाची मुखर्जी, सिंगापुर इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक शारोनी मल्लिक, ताज होटल्स के उपाध्यक्ष शोमनाथ मुखर्जी, हिंदुजा अस्पताल के प्रमुख जॉय चक्रवर्ती, ग्रांट मेडिकल कॉलेज के सेवानिवृत्त सर्जन प्रो. डॉ। गौतम सेन और श्रीजॉन फाउंडेशन की अध्यक्ष कमोलिका गुहा ठाकुरता का अभिनंदन किया गया।
श्रीजोन फाउंडेशन की ओर से पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक झलक दिखाने वाला संगीत, नृत्य और गीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में मुंबई से बांग्ला भाषी गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।