मुम्बई रेलवे पुलिस ने वीआईपी कोटे से रेलवे आरक्षण टिकट की कालाबाजारी करने वाले को दबोचा.
(म विजय)
मुंबई रेलवे पुलिस ने सांसद, विधायक, और सरकारी अधिकारियों के नाम से वीआईपी कोटे में आरक्षण दिलवाने वाले दो आरोपी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. पुलिस को आरोपी के मोबाइल से 50 फर्जी पीएनआर भी मिले हैं जिसमें 10 से अधिक पीएनआर महाराष्ट्र के विभिन्न सरकारी अधिकारी प्रतिष्ठित व्यक्ति और राजनीतिक नेताओं के नाम से है पिछले 2 वर्षों से कार्यरत यह गिरोह ने अब तक इस धंधे में लाखों के वारे न्यारे कर चुका है पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया था जहां से उन्हें 4 दिन की न्यायिक हिरासत में रखा गया है
मुंबई रेलवे पुलिस के उपायुक्त समाधान पवार के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के नाम पर 24 अप्रैल २०१८ को मुंबई से वाराणसी हॉलिडे स्पेशल ट्रेन में वेटिंग टिकट निकाला था जिसे कंफर्म करने के लिए इसी सबानिवृत अधिकारी का लेटर हेड पर मध्य रेलवे को टिकट कन्फर्म करने का शिफारस पत्र दिया गया था जिसमें उक्त टिकट को कंफर्म करने की बात की गई थी
रेलवे पुलिस द्वारा इसी लेटर हेड के जांच करने के दौरान ये लोग उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से टिकट बुकिंग करने वाले एजेंट देवेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है उत्तर प्रदेश से लाये गए आरोपी देवेंद्र प्रताप सिंह से रेलवे पुलिस ने जब पुलिसिया अंदाज में पूछताछ की तो उसने तुरंत ही अपने अपराध कबूल कर लिया. और पुलिस को सब सच्चाई बताइ.
उसके अनुसार वीआईपी कोटे से टिकट बुक करने के लिए आरोपी इंटरनेट से सांसद विधायक और बड़े-बड़े सरकारी अधिकारियों का लेटर हेड डाउनलोड करता था और इसी लेटर हेड पर लिखावट में हेराफेरी कर विभिन्न प्रतीक्षारत आरक्षण टिकटों को कंफर्म करने की सिफारिश पत्र विभिन्न रेलवे अधिकारियो को भेजा करता था आरोपी के पिछले 2 वर्ष से जारी इस गोरखधंधे में वह जरूरतमंदों से प्रति टिकट 12 सौ से 24 सौ रुपये ज्यादा वसूल करता था
रेलवे पुलिस के इस विशेष कार्रवाई में रेलवे पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक, मध्य परिमंडल के उपायुक्त समाधान पवार, सहायक पुलिस आयुक्त रूपाली पोल, हवलदार धनराज महाजन, साजिद शेख, पुलिस नाईक गणेश मेदगे, राहुल अहिरे,तानाजी भोसले और पुलिस सिपाही शोएब शेख महेश झारे जयंवंत कुम्भार के दस्ते ने विशेष मेहनत की थी